जेसी ओवंस
जन्म: 1914 | मृत्यु:1980
जेसी ओवंस (Jesse Owens) अश्वेत जाति का गौरव थे। 1936 के बर्लिन ओलंपिक में जेसी ओवंस ने 4 स्वर्ण पदक जीते और नये रिकॉर्ड कायम किए। पहले 2 स्वर्ण उन्हें 100 मीटर, 200 मीटर की दौड़ में प्राप्त हुए। तीसरा स्वर्ण पदक उन्होंने 26 फूट 5।25 इंच की लम्बी कूद में प्राप्त किया और इस रिकॉर्ड को 24 वर्ष तक कोई नहीं धावक नहीं तोड़ सका। जेसी ओवंस ने अमेरिकी 4×100 मीटर रिले दौड़ की टीम में शामिल हो पुनः विश्व रिकॉर्ड बनाया। शीघ्र ही लोग उन्हें “उड़ता ओवंस” कहने लगे थे। आधी शती तक जेसी ओवंस सर्वश्रेष्ठ एथलीट के रूप में खेल जगत छाये रहे। जेसी ओवंस ने 11 बड़े रिकॉर्ड स्थापित किये थे। 19 वर्ष की आयु में उन्होंने कॉलेज की प्रतियोगिता में ही विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की थी। उनको इस सफलता पर अमेरिका के 28 विश्वविद्यालयों ने उन्हें छात्रवृति देने का निर्णय किया था। 1936 के बर्लिन ओलंपिक में उन्होंने 4 स्वर्ण पदक प्राप्त करके अपनी जाति को शीर्ष सम्मान प्रदान किया था तथा रंग-भेद के समर्थको पर करारा प्रहार किया। बर्लिन ओलंपिक का इतिहास वास्तव में ध्यानचंद और जेसी ओवंस की शानदार उपलब्धियों के कारण अविस्मरणीय मन जाता हे। 1955 में वे भारत भी आये थे। जेसी ओवंस ने जिस लगन के साथ अंतर्राष्ट्रीय खेल जगत में अपना स्थान बनाया उसके कारण उन्हें सर्वत्र अद्भुत सम्मान भी मिला। उन्होंने 45 मिनिट में 4 विश्व कीर्तिमान भंग करने का गौरव भी प्राप्त किया था।
जेसी ओवंस का जन्म सयुक्त राष्ट्र अमेरिका के एक सामान्य नीग्रो परिवार में हुआ था। निर्धन जेसी ओवंस को “लिफ्टमेन” का कार्य भी करना पड़ा था। 14 वर्ष की आयु में ही वे खेलो में विशिष्टता प्राप्त कर चुके थे। 1928 में उन्होंने कई जूनियर विश्व रिकॉर्ड कायम किए थे। चार्ल्स रिले से उन्हें प्रशिक्षण प्राप्त हुआ था। 21 वर्ष की आयु में वे दुनिया के प्रसिद्ध एथलीट बन चुके थे। जेसी ओवंस की मृत्यु से विश्व के सभी खेल-प्रेमियों को आधात पहुचा हे।
“खेल भावना जातीय गौरव से ऊपर होती हैं” यह सिद्ध करने वाले वे विश्व के प्रथम खिलाडी थे। उनके इस नारे को आज सर्वत्र स्वीकार किया जाता हे।